जयपुर : फास्टैग यूज करने वालों के लिए खुशखबरी, मशीन ने रीड नहीं किया तो टोल होगा फ्री
By: Ankur Wed, 03 Mar 2021 10:38:45
प्रदेशभर में फास्टैग को अनिवार्य कर दिया गया हैं और फास्टैग ना होने पर दोगुना टोल का नियम लागू किया गया हैं। लेकिन अब इसको लेकर कई मामले सामने आए हैं जहां टोल पर फास्टैग मशीन ना चलने पर दोगुना टोल वसूला जा रहा है। ऐसे में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने टोल कंपनियों पर सख्ती की है। मंत्रालय की ओर से जारी सर्कुलर के अनुसार, अगर टोल नाके पर लगी मशीन आपके कार के फास्टैग खाते में पर्याप्त राशि होने के बाद भी रीड नहीं कर पाती है तो आपसे कंपनी टोल की वसूली नहीं कर सकती है। यानी आप बिना टोल दिए ही उस नाके से जा सकेंगे।
आदेश में साफ कहा गया है कि ऐसी स्थिति में अगर टोल वसूलने वाली कंपनी के कर्मचारियों ने वाहन मालिक से कोई जबरदस्ती की तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वाहन मालिक इस मामले में टोल मैनेजर को शिकायत कर सकता है। इसके बाद भी सुनवाई नहीं होती है तो एनएचएआई अफसरों को शिकायत की जा सकेगी। एनएचएआई के जीएम एमके जैन का कहना है कि फास्टैग में बैलेंस है और टोल पर मशीन रीड नहीं कर रही है तो ऐसी स्थिति में बैलेंस चेक करने के बाद वाहन मालिक से वसूली नहीं की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि टोल पर कई बार फास्टैग रीड करने वाली मशीन खराब हो जाती है, इससे फास्टैग में राशि होने के बाद भी कटौती नहीं होती। कटौती नहीं होने से बैरियर नहीं खुलता, लेकिन टोल कर्मचारी वाहन मालिक के फास्टैग को खराब बता कर डबल टोल वसूल लेते हैं। वाहन मालिकों को इस परेशानी से निजात दिलाने के लिए मंत्रालय ने निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश में 89 टोल प्लाजा से हर दिन करीब साढ़े 6 लाख वाहन निकलते हैं। इनमें से हर दिन करीब 2 से 3 टोल पर फास्टैग को रीड करने वाली मशीन खराब रहती है।
ये भी पढ़े :
# जोधपुर : OLX पर मोबाइल बेचने के लिए विज्ञापन डालना पड़ा भारी, शातिर ने निकाल लिए खाते से पैसे